
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नतीजों की घोषणा कर दी है। इस बैठक में लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कटौती का फैसला लिया गया है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि एमपीसी ने रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स (0.50%) की कमी की है, जिसके बाद अब रेपो रेट 6% से घटकर 5.50% हो गया है। इस कटौती से होम लोन, कार लोन और अन्य कर्जों की ईएमआई में कमी आएगी, जिससे ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी।
महंगाई अनुमान 3.7%, रिजर्व रेशियो में भी बदलाव
गवर्नर मल्होत्रा ने बताया कि वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता को देखते हुए वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई अनुमान को 4% से संशोधित कर 3.7% कर दिया गया है। इसके अलावा नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) को 4% से 100 बेसिस पॉइंट्स घटाकर 3% करने का फैसला किया गया है। यह कटौती सितंबर से नवंबर 2025 तक चार चरणों में लागू होगी जिससे बैंकिंग सिस्टम में करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये की नकदी आएगी।
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अन्य दरों में भी हुआ बदलाव
आरबीआई (RBI) ने स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (एसडीएफ) रेट को 5.75% से घटाकर 5.25% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) रेट को 6.25% से घटाकर 5.75% करने की घोषणा की। इन बदलावों का मकसद बैंकों के लिए उधार लेना सस्ता करना और अर्थव्यवस्था में मांग को बढ़ावा देना है।
जानिए क्या होता है रेपो रेट
रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को अल्पकालिक ऋण देता है। यह दर कम होने से बैंक सस्ते कर्ज दे सकते हैं जिसका सीधा फायदा ग्राहकों को ईएमआई में कमी के रूप में मिलता है। गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं जैसे अमेरिका-चीन व्यापार तनाव, के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है।
इस कटौती से उपभोक्ता खर्च और निवेश को बढ़ावा मिलेगा। RBI ने अपनी नीति का रुख ‘न्यूट्रल’ रखा है ताकि महंगाई और विकास के बीच संतुलन बनाया जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम आर्थिक विकास को गति देगा खासकर तब जब खाद्य महंगाई में कमी और कृषि उत्पादन में सुधार की उम्मीद है।
ग्राहकों पर होगा असर
रेपो रेट में कटौती से बैंकों के लिए फंडिंग लागत कम होगी जिसका फायदा ग्राहकों को सस्ते लोन के रूप में मिलेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल सेक्टर में मांग को बढ़ा सकता है। फैंस और अर्थशास्त्री इस फैसले की सराहना कर रहे हैं क्योंकि यह आम लोगों की जेब पर सकारात्मक असर डालेगा।