
भोपाल ऑनलाइन डेस्क। मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर हरपल नए-नए खुलासे हो रहे हैं। राजा की पत्नी सोनम अपने नौकर राज कुशवाह से मोहब्बत करती थी। दोनों शादी करना चाहते थे। सोनम के पिता बेटी के लिए स्वजात में लड़के की तलाश कर रहे थे। इंदौर में रघुवंशी समाज के लोग रामनवमी पर्व पर एक धार्मिक स्थान पर एकत्रित होते हैं और यहां पर अपने-अपने बच्चों की जानकारी एक पर्ची पर लिखकर कर दिया करते हैं। इसमें लड़के, लड़की का नाम, उम्र, पता पढ़ाई और जॉब के बारे में जानकारी लिखी होती है। इसी पर्ची ने राजा और सोनम के परिवारे मिले और दोनों की शादी तय की। कुछ दिन के बाद राजा ने सोमन के साथ सात फेरे लिए। शादी के बाद भी सोनम राज से बात करती और तय प्लान के अनुसार उसने पति को शिलांग ले जाकर हत्या करवा दी।
जानें कैसे मिली दोनों की फैमिली
जानकारी के मुताबिक सोनम रघुवंशी और राजा रघुवंशी दोनों का परिवार इस रिश्ते से पहले एक दूसरे को जानता तक नहीं था। दोनों परिवार की मुलाकात बहुत ही रोचक है। इंदौर में दोनों के परिवार वाले अपने-अपने बच्चे के लिए अपने ही समाज में लड़का और लड़की की तलाश कर रहे थे। इस बीच रघुवंशी समाज के लोग रामनवमी के दिन एक स्थान पर एकत्रित होते हैं और यहां पर अपने-अपने बच्चों की जानकारी एक पर्ची में लिखकर रख दिया करते हैं। इसमें लड़के या लड़की का नाम, उम्र, पढ़ाई और काम के बारे में जानकारी लिखी होती है। एक तरह से इसे बायोडाटा कहा जा सकता है। अब जिसे लड़की की तलाश है तो वो लड़की का बायोडाटा देखता है और जिसे लड़के की तलाश है तो वो लड़के का। ऐसे ही इन दोनों का परिवार आपस में मिला। दोनों के परिवार वालों को सब सही लगा और बात शादी तक जा पहुंची।
11 को हुई थी राजा और सोनम की शादी
रघुवंशी परिवार ने राजा और सोमन की तारीख तय कर दी। 11 मई को सोनम की राजा के साथ शादी हो गई। शादी के बाद सोनम ने सुहागरात की सेज पर राजा के सामने एक शर्त रखी। सोनम ने कहा कि हम हनीमून पर ही सुहागरात मनाएंगे। आप कश्मीर जानें के लिए टिकट बुक कर दो। राजा कश्मीर जानें की तैसारी करने लगा। तभी पुलवामा में आतंकी हमला हो जाता है और दोनों वहां नहीं जा पाते हैं। इस बीच सोनम एक दिन राजा से कहती है कि कश्मीर नहीं जा सकते हैं तो फिर मेघालय चलते हैं, लेकिन राजा का अभी हनीमून पर जाने का मन नहीं था। राजा के घर वाले भी मना कर रहे थे। लेकिन सोनम ने हत्या की साजिश रच लगी थी और इसी के तरत उसने राजा को बताया कि उसने तो 20 मई की टिकट भी बुक करा ली है। अब राजा के सामने मेघालय जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। इसके बाद ये दोनों मेघालय पहुंचते हैं।
इन्होंने किया मर्डर
सोनम का प्रेमी दोनों के मेघायल पहुंचने से पहले ही अपने तीन अपराधियों के साथ ढेरा जमा लेता है। यहां पर राज और सोनम ने मिलकर पहले से ही राजा के मर्डर की प्लानिंग कर रखी थी। मौका मिलते ही सुपारी किलर विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद ने मिलकर राजा की हत्या कर दी। हत्या के बाद उनकी लाश को खाई में फेंक दिया। पुलिस ने जब सोनम की कॉल डिटेल खंगाली, तो सामने आया कि वह उस युवक से लगातार संपर्क में थी। आरोपियों ने शिलांग में हथियार खरीदे थे। हत्या के बाद राजा की टी-शर्ट, मोबाइल और हथियार स्कूटर की डिक्की में रखकर फेंक दिए गए थे। पुलिस को शक इस बात से भी हुआ कि यदि सोनम की भी हत्या हुई होती तो हथियार राजा के शव के पास पाए जाते। लेकिन जब हथियार अलग जगह से मिले तो यह साफ हो गया कि सोनम की हत्या नहीं हुई, बल्कि वह इस साजिश की मास्टरमाइंड है।
नौकर से प्यार करती थी सोनम
शादी से पहले सोनम अपने ही पिता की कंपनी बतौर एचआर नौकरी करती थी। सोनम के पिता की प्लाईवुड की कंपनी है। सोनम के पिता को पैरालायसिस है और अब यह बिजनेस उनका बेटा और सोनम का भाई गोविंद रघुवंशी चलाता है। इस कंपनी में राज कुशवाहा पहले से काम करता था और बताया जा रहा है कि राज और सोनम के बीच यहीं से नजदीकियां बढ़ी थीं। दोनों के बीच दोस्ती हुई। एक दिन सोमन ने राज से प्यार का इजहार कर दिया। फिर क्या था दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा। सोमन हरहाल में राज से शादी करना चाहती थी। लेकिन सोमन का परिवार पैसा वाला था। जबकि राज उसके पिता की फर्म में नौकरी करता था। जब सोमन की शादी राजा के साथ तय हो गई, तब ही राज ने बड़ा प्लान बनाया। उसने कहा कि शादी के बाद हम राजा की हत्या करवा देंगे। इसके बाद भारत से भागकर नेपाल चले जाएंगे। बांकि की जिंदगी नेपाल में काटेंगे।
ऐसे आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
राजा के हत्याकांड को अंजाम देने के बाद चारों सोनम, आकाश, विशाल और आनंद शिलांग लौटे और फिर वहां से सीधे गुवाहाटी रवाना हो गए। गुवाहाटी में सभी ने एक दिन का स्टे किया और फिर अलग-अलग दिशा में निकल गए। लेकिन सोनम मेघालय पुलिस के शक के घेरे में आ चुकी थी। पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और सोनम की कॉल डिटेल्स खंगालने पर सामने आया कि वो लगातार राज कुशवाहा के संपर्क में थी। पुलिस को दोनों के बीच पुराने रिश्ते और अफेयर की भी पुष्टि हुई। इसके बाद जांच का रुख तेजी से बदला। अलग-अलग राज्यों में पुलिस की स्पेशल टीम ने छापेमारी करनी शुरू कर दी। सबसे पहले पुलिस की एक टीम ललितपुर पहुंची। वहां से आकाश राजपूत को दबोच लिया। इसके बाद इंदौर से राज कुशवाहा और विशाल को गिरफ्तार किया गया। सोनम ने गाजीपुर में रविवार की देर रात सरेंडर कर दिया। वहीं पांचवां आरोपी आनंद, सागर से पकड़ा गया।
सुनाई कहानी, जो गलत निकली
गाजीपुर पुलिस की गिरफ्त में आई सोनम ने दावा किया कि वो अपने पति के साथ मेघालय घूमने गई थी, जहां कुछ अज्ञात लोगों ने उसके पति की हत्या कर दी। इसके बाद उसे अगवा कर लिया गया। उसके गहने लूटे गए और उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। सोनम के मुताबिक जब उसे होश आया तो कुछ लोगों ने उसे एक गाड़ी में बिठाया और गाज़ीपुर के ढाबे के पास छोड़ दिया। लेकिन पुलिस इस कहानी पर भरोसा नहीं कर रही। क्योंकि ठीक उसी रात उसके बाकी साथी गिरफ्तार किए गए थे। उसके बाद अचानक उसी वक्त सोनम का सामने आ जाना, पुलिस के लिए बहुत कुछ कह रहा है। पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सिम ने कहा, टीम उसे पकड़ने जा रही है। ट्रांजिट रिमांड लिया जाएगा। हां, ऐसा लगता है कि उसका प्रेमी था। जब से बाकी आरोपी पकड़े गए, तभी अचानक वो भी सामने आ गई। इससे पहले इतने दिनों तक वो कहीं नहीं दिखी थी।