
<p style="text-align: justify;">इंटरनेट और स्मार्टफोन्स ने पोर्नोग्राफी को हर उम्र और वर्ग के लोगों तक पहुंचा दिया है, लेकिन यह एक ऐसी आदत है, जो लत में बदल जाती है. साथ ही, इसका असर सिर्फ मानसिक और शारीरिक ही नहीं होता, बल्कि यह सामाजिक जीवन पर गहरा असर डाल सकती है. आइए जानते हैं कि अगर चाहकर भी आप पोर्न देखने की लत से छुटकारा नहीं पा रहे हैं तो आप कितनी गंभीर हालत में पहुंच चुके हैं?</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पोर्न देखने की लत क्या है?</strong></p>
<p style="text-align: justify;">पोर्न देखने की लत एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति बार-बार और अनियंत्रित रूप से पोर्नोग्राफी देखने के लिए मजबूर हो जाता है. साइकोलॉजी टुडे में पब्लिश 2021 की एक रिसर्च के मुताबिक, यह लत उन लोगों में बेहद आम है, जो तनाव, अकेलापन या नेगेटिव इमोशंस से बचने के लिए पोर्न का सहारा लेते हैं. इससे न सिर्फ मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है, बल्कि रिश्तों, कामकाजी जिंदगी और फिजिकल हेल्थ भी बुरी तरह प्रभावित होती है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पोर्न देखने की लत की खतरनाक स्टेज</strong></p>
<p style="text-align: justify;">क्योरियस जर्नल (2023) की रिसर्च के मुताबिक, पोर्न देखने की लत को चार प्रमुख स्टेज में बांटा जा सकता है, जिससे इसकी गंभीरता का पता चलता है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>शुरुआती स्टेज:</strong> इस दौरान व्यक्ति जिज्ञासा, ऊबन या यौन इच्छाओं को समझने के लिए पोर्न देखना शुरू करता है. शुरुआत में इसका कोई नुकसान नजर नहीं आता, क्योंकि उस वक्त इसे मनोरंजन या टेंशन कम करने का साधन माना जाता है. इस स्टेज में व्यक्ति कभी-कभार पोर्न देखता है और इसे कंट्रोल कर सकता है. हालांकि, बार-बार पोर्न देखने की आदत इसे अगली स्टेज में ले जा सकती है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>नियमित इस्तेमाल:</strong> यह पोर्न देखने की दूसरी स्टेज है, जिसमें यह डेली रुटीन का हिस्सा बन जाता है. अगर कोई शख्स तय समय जैसे रात में या अकेले होने पर पोर्न देखने की आदत डाल लेता है तो यह आदत टेंशन, चिंता या अकेलेपन से निपटने का तरीका बन जाती है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>लत लगना:</strong> पोर्न देखने की यह स्टेज सबसे खतरनाक होती है. इस स्टेज में व्यक्ति बिना अश्लील वीडियो देखे रह नहीं पाता है. इस स्टेज में दिमाग का रिवॉर्ड सिस्टम इतना प्रभावित हो जाता है कि व्यक्ति को अश्लील वीडियो देखने की हर हाल में जरूरत होती है. यह लत रिश्तों, नौकरी और सेल्फ कॉन्फिडेंस को नुकसान पहुंचाती है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>गंभीर लत लगना:</strong> इस स्टेज में व्यक्ति पूरी तरह से पोर्न पर निर्भर हो जाता है और इसे छोड़ने में असमर्थ होता है. इस लत से अवसाद और चिंता जैसे मानसिक रोग बढ़ सकते हैं. वहीं, कई मामलों में यौन अपराध जैसे केस भी देखने को मिलते हैं. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पोर्न की लत से छुटकारा पाने के तरीके</strong></p>
<p style="text-align: justify;">एक्सपर्ट्स ने कई रिसर्च के आधार पर पोर्न की लत से छुटकारा पाने के लिए तरीके बताए हैं. आइए आपको बारे में बताते हैं. </p>
<ul>
<li style="text-align: justify;"><strong>ट्रिगर्स की पहचान करें:</strong> पोर्न देखने की इच्छा के पीछे की वजह को समझना जरूरी है. अगर आप तनाव, अकेलेपन या ऊबन की वजह पोर्न देख रहे हैं तो इन पर काम करके इस लत से छुटकारा पा सकते हैं.</li>
<li style="text-align: justify;"><strong>स्क्रीन टाइम कम करें:</strong> मोबाइल और कंप्यूटर से पोर्न सामग्री को हटाकर आप पीड़ित शख्स को अश्लील वीडियो से दूर कर सकते हैं. हालांकि, इस कवायद में रोजाना इंटरनेट हिस्ट्री चेक करनी जरूरी होती है. </li>
<li style="text-align: justify;"><strong>हेल्दी एक्टिविटीज में रहें व्यस्त:</strong> अगर आपके पास खाली समय काफी ज्यादा है तो खेलकूद, योग या कोई क्रिएटिव कार्य जैसे पेंटिंग या राइटिंग आदि करें. इससे दिमाग व्यस्त रहता है और अश्लील सामग्री देखने की तलब कम लगती है. </li>
<li style="text-align: justify;"><strong>डॉक्टर से लें सलाह:</strong> अगर अश्लील वीडियो देखने की लत नहीं छूट रही है तो मनोचिकित्सक या थेरेपिस्ट से संपर्क करें। दरअसल, कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT) और माइंडफुलनेस-बेस्ड थेरेपी से अश्लील वीडियो देखने की लत से छुटकारा मिल सकता है.</li>
</ul>
<p><strong>ये भी पढ़ें: <a href="https://www.abplive.com/lifestyle/health/why-do-eyes-start-twitching-is-this-a-disease-or-a-sign-of-good-or-bad-luck-2959001">क्यों फड़कने लगती हैं आपकी आंखें, ये कोई बीमारी है या शुभ-अशुभ के संकेत?</a></strong></p>
<p><strong>Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.</strong></p>
Source link