
Iran-Israel Ceasefire: इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर को छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब भी ईरान इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं है कि दोनों देशों के बीच सीजफायर कायम रहेगा. ईरान ने कहा कि उसे शक है कि अमेरिका की मध्यस्थता में इजरायल के साथ किया गया अस्थायी युद्धविराम लंबा चलेगा. मुस्लिम देश ने संकेत दिया है कि अगर सीजफायर टूटता है तो जवाब देने के लिए तैयार है.
न्यूज एजेंसी फार्स के मुताबिक, ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ अब्दुलरहीम मौसवी ने कहा, ‘हमें सीजफायर समेत अपने दायित्वों के प्रति दुश्मन की प्रतिबद्धता पर हमें गंभीर शक है. अगर ईरान पर दोबारा हमला हुआ तो हम कड़ा जवाब देने के लिए तैयार हैं.’
सऊदी के रक्षामंत्री से मौसवी ने फोन पर की बात
मौसवी ने यह टिप्पणी रविवार (29 जून, 2025) को सऊदी रक्षा मंत्री खालिद बिन सलमान के साथ फोन पर बातचीत में की, जिसमें उन्होंने 24 जून मंगलवार को शुरू हुए नाजुक सीजफायर पर बात की.
13 जून को इजरायली हमले से शुरू हुआ संघर्ष
ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष 13 जून को तब शुरू हुआ, जब आईडीएफ की स्ट्राइक में कई सैन्य अधिकारी और न्यूक्लियर साइंटिस्ट मारे गए. इस घटना के बाद से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया. इजरायल ने IAEA की रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब है. इसलिए उसकी परमाणु साइट्स को निशाना बनाना जरूरी हो गया था. सैन्य और परमाणु लक्ष्यों के साथ-साथ इजरायली हमलों में तेहरान और अन्य शहरों के नागरिक क्षेत्रों को भी निशाना बनाया गया.