
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि ईरान और इज़रायल के बीच पूर्ण सीजफायर पर सहमति बन गई है. दोनों ही देश मध्य पूर्व में शांति बहाल करने के लिए राजी हो गए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर पोस्ट किया, ‘बधाई हो सभी को! ईरान और इज़रायल के बीच पूर्ण और अंतिम सीजफायर पर सहमति बन गई है. सीजफायर छह घंटे के भीतर शुरू होगा और ईरान को पहले इसे पालन करना होगा. ईरान के द्वारा सीजफायर का पालन करने के बाद, अगले 12 घंटे बाद इज़रायल भी सीजफायर में शामिल हो जाएगा. 24 घंटे बाद युद्ध को औपचारिक तौर पर समाप्त माना जाएगा’.
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और इज़रायल की सहनशक्ति, साहस और बुद्धिमत्ता की तारीफ़ की है. दोनों देशों के बीच ये युद्ध सालों तक चल सकती थी, जिससे मध्य पूर्व तबाह हो सकता था. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और कभी होगा भी नहीं.
उन्होंने कहा, ईश्वर ईरान को आशीर्वाद दे, ईश्वर इज़रायल को आशीर्वाद दे, ईश्वर मध्य पूर्व को आशीर्वाद दे, ईश्वर अमेरिका को आशीर्वाद दे और ईश्वर पूरी दुनिया को आशीर्वाद दे.
ईरान को परमाणु ठिकानों को अमेरिका ने नष्ट किया. किसी अमेरिकी नागरिक की मौत न होना और लंबे युद्ध से बच जाना ये मेरे लिए बड़ी जीत है. मेरे पिता (डोनाल्ड ट्रंप) कभी भी अमेरिका को लंबे युद्ध में झोंकना नहीं चाहते हैं. जो उन्हें जानते हैं, वो जानते हैं कि वह हमेशा शांति चाहते हैं. उनका अंतिम उद्देश्य शांति था. अमेरिका फर्स्ट!
बता दें कि सीजफायर का ऐलान ट्रंप ने तब किया है जब ईरान ने सोमवार को कतर की राजधानी दोहा में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर 14 मिसाइलें दागीं. हालांकि, इन मिसाइल हमलों से अमेरिका को न के बराबर नुकसान हुआ. इस हमले में किसी अमेरिकी नागरिक की न मौत हुई और न ही कोई घायल हुआ.
अंतरराष्ट्रीय समाचार संस्था रॉयटर्स के अनुसार, ईरान के वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि तेहरान-इजरायल के साथ सीजफायर के लिए सहमत हो गया है. कतर की मध्यस्था और अमेरिका द्वारा प्रस्तावित इजरायल के सीजफायर को लेकर तेहरान राजी है.
रॉयटर्स के रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा है कि इज़रायल ने भी ईरान के साथ सीजफायर पर सहमति जताई. बशर्ते अगर ईरान अब कोई हमला तेल अवीव पर नहीं करता है. वहीं, ईरान ने भी संकेत दिए हैं कि वह अब तेल अवीव पर हमला नहीं करेगा.
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने यह भी बताया कि ईरान-इजरायल के बीच सीजफायर को संभव बनाने के लिए अमेरिकी प्रतिनिधि वेंस, मार्को रुबियो और दूत विटकॉफ़ ईरान के अधिकारियों से बातचीत की.
अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हमले को लेकर क्या बोले ईरान के सर्वोच्च नेता?
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कतर की राजधानी दोहा में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल से हमले करने को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक तस्वीर पोस्ट की. जिसमें युद्धग्रस्त क्षेत्र की तस्वीर के साथ जलती अमेरिकी झंडे की तस्वीर है. खामेनेई ने पोस्ट में लिखा, हमने हमले में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है. हम किसी के द्वारा की गई ज्यादती को बर्दाश्त नहीं नहीं करेंगे. ईरान आत्मसमर्पण करने वाला राष्ट्र नहीं है. जो ईरान के लोगों और ईरान के इतिहास को जानते हैं, वो इसे अच्छे से जानते हैं.
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