
देश की शीर्ष तकनीकी संस्थाओं में शामिल IIT-BHU में उस समय हड़कंप मच गया जब छात्रों ने अपने ही हॉस्टल में एक एमटेक छात्र को चोरी-छिपे बाथरूम में नहाते छात्रों का वीडियो बनाते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. यह घटना IIT-BHU के पीसी रे हॉस्टल की है, जिसे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस और अनुशासित हॉस्टल माना जाता है.
छात्रों ने आरोप लगाया है कि आरोपी छात्र बीते कई दिनों से बाथरूम में अन्य छात्रों के नहाने के दौरान वीडियो बनाता था. जब एक छात्र को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ तो वह सतर्क हुआ और अब जब वह रिकॉर्डिंग कर रहा था तो मौके पर ही उसको मोबाइल कैमरे सहित रंगे हाथ पकड़ लिया.
ऐसे आया गिरफ्त में
मंगलवार रात हॉस्टल के बाथरूम से एकाएक शोर आने लगा.जब छात्र वहां पहुंचे तो देखा कि एक छात्र ऊपर की ओर से मोबाइल फोन कैमरे के जरिए बाथरूम में नहा रहे छात्र की रिकॉर्डिंग कर रहा था. दूसरे छात्रों ने आरोपी को वहीं पकड़ लिया. मामले की जानकारी हॉस्टल वार्डन, प्रॉक्टोरियल बोर्ड और IIT-BHU प्रशासन को दी गई. प्रॉक्टोरियल टीम ने तुरंत आरोपी छात्र का मोबाइल ले लिया और प्रारंभिक जांच शुरू की.
मोबाइल से मिली कई वीडियो क्लिप्स
छात्रों ने आरोप लगाया है कि जब आरोपी के मोबाइल की जांच की गई तो उसमें 7-8 आपत्तिजनक वीडियो क्लिप्स पहले से रिकॉर्ड पाई गईं. इनमें से अधिकतर वीडियो बाथरूम में नहा रहे छात्रों के थे. साथ ही, छात्रों ने दावा किया है कि आरोपी ने कुछ वीडियो को दूसरों के साथ शेयर भी किया है, जिसे खुद उसने कबूल किया है. पीड़ित छात्रों का कहना है कि यह केवल मोबाइल में मौजूद वीडियो तक सीमित नहीं है, बल्कि बैकअप और क्लाउड स्टोरेज में भी और क्लिप्स हो सकती हैं, जिन्हें समय रहते मिटाना और सुरक्षित करना जरूरी है.
एक साल बाद ब्लैकमेल कर सकता है
घटना से नाराज छात्र देर रात लंका थाने पहुंचे और थाने का घेराव कर दिया. छात्रों ने पुलिस से मांग की कि इस मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज कर आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. एक छात्र का कहना है कि हमें डर है कि यह लड़का भविष्य में इन वीडियो का गलत इस्तेमाल कर सकता है. एक साल बाद ब्लैकमेल कर सकता है या सोशल मीडिया पर अपलोड कर सकता है. हम चाहते हैं कि उसका फोन फॉरेंसिक जांच में भेजा जाए और सभी वीडियो सुरक्षित रूप से डिलीट कराए जाएं. छात्रों का यह भी आरोप है कि घटना को 30-35 घंटे से अधिक हो चुके हैं लेकिन IIT-BHU प्रशासन द्वारा कोई स्पष्ट एक्शन नहीं लिया गया, जिससे छात्र खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं.
प्रशासन की बैठकें जारी, लेकिन कार्रवाई का इंतजार
सूत्रों के अनुसार, घटना के बाद से ही IIT-BHU का प्रॉक्टोरियल बोर्ड और प्रशासनिक अधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं . हालांकि, इस मामले को संवेदनशील और संस्थान के आंतरिक अनुशासन से जुड़ा बताते हुए अभी तक कोई स्पष्ट कार्रवाई सार्वजनिक नहीं की गई है. वहीं, पुलिस अभी सीधे हस्तक्षेप से बच रही है हालांकि पुलिस को शिकायत मिल गई है लेकिन FIR अब तक नहीं हुई है.
पीसी रे हॉस्टल: IIT-BHU का अत्याधुनिक छात्रावास
जिस हॉस्टल में यह घटना घटी, वह IIT-BHU का पीसी रे हॉस्टल है, जिसे आधुनिक सुविधाओं से लैस माना जाता है. इसमें करीब 577 कमरे हैं, जिनमें छात्रों की पढ़ाई, फिटनेस और खेल से जुड़ी तमाम व्यवस्थाएं हैं. पीड़ित छात्रों ने बताया कि यह हरकत खासतौर पर आठवें, नौवें और दसवें फ्लोर पर रहने वाले छात्रों के खिलाफ की गई है. ये सभी छात्र अब मानसिक रूप से परेशान हैं.
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